महागठबंधन
महागठबंधन
अरे, जब महागठबंधन भी काम ना आया
बेबुनियाद ही मोदी पर इल्जाम लगाया।
ताश के पत्तों से बहे राजनेता अबकी बार
सारी साजिश हर कोशिश हो रही बेकार।
हर जवान बुड्ढे की जुबान पर एक पुकार
नहीं चाहिए कोई फिर से बार मोदी सरकार।
जिसके माथे पर चमकते सूरज घनश्याम
उसको आना है चाहे लगा लो कितने इनाम।
सबकी धरती जिसने खींच के छोटी करदी
आसमान की जिसने ओढ़ के धोती कर दी।
जिसने काम किया सम्मान का वही है काम का
नहीं चाहिए हमको आराम फिर लो मोदी का नाम।
अरे, जब महागठबंधन भी काम ना आया
बेबुनियाद ही मोदी पर इल्जाम लगाया।