कमल तेरी फ़िजूल कलम से..
कमल तेरी फ़िजूल कलम से..
जिसके बारे में सोचा है मैने.,
जिसके बारे में बहुत लिखा है मैने,
हर दम रहती है वो मेरे पास है।
वो कोई और नही,वो मेरी टेंथ क्लास है ।।
वो शैतान हैं पर बुरे नही.,
वे नादान हैं पर नासमझ नही,
उन्होने जीता है मेरा विश्वास है ।
वो कोई और नही,वो मेरी टेंथ क्लास है ।।
वे हँसते हैं और खिलते हैं.,
मेरी उम्मीदों मे मिलते है,
अरमानों से भरी एक मेरी आस है।
वो कोई और नही,वो मेरी टेंथ क्लास है ।।
वे आज्ञाकारी तो नही पर ढीठ भी नही,
वे पढ़ाकू तो नही पर लड़ाकू भी नही,
भावनाओं की बहती है उनमें मिठास है।
वो कोई और नही,वो मेरी टेंथ क्लास है ।।
वे ज्ञानी नही पर मेहनती जरूर हैं,
किसी में भरा न कोई गुरूर है,
सीखने की रहती है हर दम प्यास है।
वो कोई और नही,वो मेरी टेंथ क्लास है ।।
वे चले अब मेरा साथ छोड़.,
कहीं ओर मुझसे मुख मोड़,
मन मेरा अब व्याकुल उदास है ।
वो कोई और नही,वो मेरी टेंथ क्लास है ।।
भूल जाओगे कि याद करोगे नहीं,
वादा करो हँसोगे रोओगे तो नहीं,
एक वादा कर दो कि ये एहसास है।
वो कोई और नही,वो मेरी टेंथ क्लास है ।।
वे छोड़ हमें लो चल पड़ते हैं.,
वे मेरे अश्रु मे झलकते हैं,
दिल में खुशी है या उजास है।
वो कोई और नही,वो मेरी टेंथ क्लास है ।।
य़े प्यार है मेरा उनके लिऐ.,
बड़े सपने हैं जिनके लिऐ..
वो और कोई नही मेरी टेन्थ क्लास है ।।
वो और कोई नही मेरी टेन्थ क्लास है ।।