तेरी यादें
तेरी यादें
तेरी यादों से आबाद है
मेरे सपनों का घर
तेरी याद दिलाता है
ये सुना सुना मंजर
मिल ही जाती हैं
कहीं ना कहीं
तेरी निशानियाँ
फिर याद आती है
मुझे वो
भूली बिसरी कहानियाँ
तू क्या जाने जिंदगी
कैसे रही है गुज़र
सहिल ढूँढता हूँ बेखबर
तरंग की तरह मैं
भटकता फिरता हूँ
कटी पंतग की तरह
ले जायें हवायें
अब ना जाने हमें किधर
तेरी यादों से आबाद है
मेरे सपनों का घर
तेरी याद दिलाता है
ये सुना सुना मंजर।