कौन कहता है- लोकतंत्र खतरे में है
कौन कहता है- लोकतंत्र खतरे में है
माना की माहौल खराब हैं ..
सब कुछ सही नहीं हो रहा है !
किसान खुदखुशी कर रहा है
युवक बिलकुल बेरोजगार है !
कौन कहता है... लोकतंत्र खतरे में है ?
महंगाई सर चढ़ के बोल रही है
नोटबंदी,जीएसटी से व्यापार नष्ट हो रहे हैं !
कालेधंन का तो पता नहीं मगर
बँक को चुना लगाकर लोग परदेश भाग रहे हैं !
कौन कहता है... लोकतंत्र खतरे में है ?
खुलेआम जात धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं...
डराना-धमकाना चाटुकार बनाना शुरू हो गया हैं !
गवर्नर रिजाइन दे रहे और जस्टिज लोकतंत्र को धोखा बताते हैं
फिर हम सब देशभक्त बिलकुल चुप खामोश हैं !
कौन कहता है... लोकतंत्र खतरे में है ?
आदर्श आचार संहिता का उल्लंघना हो रहा है ...
वोट मांगते समय कोई श्राप देने कि धमकी दे रहा है !
तो कोई चुनके बाद काम न करने बदला बोल रहा है
यह क्या हो रहा सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में दोस्तो ?
कौन कहता है... लोकतंत्र खतरे में है ?
गटबदलू नेता, भ्रष्ट नौकरशाह, हक से अंजान मतदाता
क्या तूफान के पहले का अहसास है कि श्मशान शांत सा है !
क्या अब सचमुच तानाशाही उभर रही है ? दोस्तो !
इतिहास गवाह हैं सत्य परेशान है, पराजित नहीं हो सकता !
कौन कहता है... लोकतंत्र खतरे में हैंं ?
जब तक हर क्षेत्र में सच्चे देशभक्त है ...
मातृभूमि पर मर मिटनेवाले राष्ट्रभक्त रहेगा !
तब तक किसी के बाप कि हिम्मत नहीं होगी ....
तानाशाही लाने की .. लोकतंत्र को खत्म करने की !
कौन कहता है.... लोकतंत्र खतरे में है ?
जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक हमारा लोकतंत्र रहेगा
दुश्मन कोई भी क्यूँ ना हो नेस्तनाबूत होके रहेगा !
हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई मिलजुल के रहेंगे भाई-भाई
आखरी सास तक लड़ते रहेंगे, कहते रहेंगे झंडा उंचा रहे हमारा !
कौन कहता है... लोकतंत्र खतरे में है ?