खफ़ा है खफ़ा ही सही
खफ़ा है खफ़ा ही सही
तू मुझसे खफ़ा है खफ़ा ही सही
अगर ये सज़ा है सज़ा ही सही ।
कभी तू गलत था जो होगा कभी
चलो आज मेरी ख़ता ही सही ।
जो महबूब कहने में आए शरम
मुझे अपना साथी बता ही सही ।
ये इश्क़ की डोरी तनी है बहुत
अरे कुछ तो दूरी मिटा ही सही ।
तू रूठा है मुझसे पता है मुझे
तू मानेगा कब ये बता ही सही ।
लिपटकर तू रोने लगेगा सनम
ग़ुरूरी का परदा हटा ही सही ।
ये इश्क़ तुझे भी है बेशक 'शुभम'
कभी भूल से तू ज़ता ही सही ।