वफा जानते हैं
वफा जानते हैं
लोग ये इश्क़ को क्या जानते हैं
हम इसे सिर्फ़ वफ़ा जानते हैं।
दर्दे दिल से यूँ मिलेगी फ़ुर्सत
मौत है इसकी दवा जानते हैं।
मिलते भी हो तो ग़ैरों की तरह
हम तुम्हारी ये अदा जानते हैं।
अपने साये से गुज़र है अपनी
है मुहब्बत का सिला जानते हैं।
मुद्दतों से मैं नहीं हूँ मुझ में
क्या ख़बर सब मुझे क्या जानते हैं।
जो सबब है मेरी बर्बादियों का
सब उसे मेरा ख़ुदा जानते हैं।