सिर्फ तुझसे ही प्यार है
सिर्फ तुझसे ही प्यार है
दिल को मेरे हमेशा से सिर्फ तुझसे ही प्यार है,
पर मेरे राजकुमार को ये बात मै बताऊँ कैसे.
जिसके आने की आहट ही दिल को बेताब करती है,
दिल की ये हालात अब तुझसे मै छुपाऊं कैसे.
जिसकी हंसी से लबो पे मेरे हंसी छा जाती है,
दिल का ये पागलपन तुझको मै दिखाऊं कैसे .
आईने मै जब देखु तो गालो की रंगत खिल जाती है,
सुर्ख आँखों में मेरी अब काजल मै लगाऊं कैसे.
सीने से उसके लिपटकर प्यार मै उसके खो जाती है,
अपनी इस बेताबी को शिखा अल्फाज़ो मै सजाऊँ कैसे.