कहानियों की कहानी
कहानियों की कहानी
कहानियों की भी अपनी कहानी
होती है, उन्हें वो कहानी गुनगुनाने दो.
हर दर्द की एक भावना, कराहों की
खुशी अपनी है, वो सुनाने दो.
खुशबू है पसीने में भी, गुलाब भी
पथरीला हो सकता है; देखो.
कृष्ण के प्रेम में मीरा
भोजराज को कर गई अनदेखा; सोचो.
बहती हवाएं भी ठहरतीं
महसूस करो सन्नाटे की सरगर्मी को.
आगे तो बढ़ ही जाओगे
कभी भूत में भी पलटो.