मेरे दिल में बसा है
मेरे दिल में बसा है
प्यार भी मुझे इतना करता है,
और मुझे खोने से भी डरता है।
पूरा दिन काम में व्यस्त रहता है,
और रात को देर तक बातें करता रहता है।
छोटी छोटी बातों पर मुँह फुला लेता है,
और गुस्से में ना जाने क्या क्या बोल देता है।
मुझसे मिलने की तड़प लिए एक ख्वाब सजाये बैठा है,
और दोनों के बीच सात समंदर जितना अंतर भी दिखाता है।
माना कि अपनी बात मनवाने में थोड़ा जिद्दी है,
पर जब भी हँसता है तू बहुत ही अच्छा लगता है।
वो मुझे अपनी जान कहता है,
और खुद ही मेरी जान बन कर मेरे दिल में बसा है।