जाऊँ किस तरफ
जाऊँ किस तरफ
मैं अकेला,
भागती राहें,
खोया रास्ता,
तन्हा दिल,
मैं अकेला हो गया।
न कोई पता,
न ठिकाना,
सफर अनजाना,
बिखरे रास्तों में मैं खो गया।
उलझी-उलझी सी जिंदगी,
पूछती सवाल,
अब जाएँ कँहा,
हैरान-सी रातों में,
परेशान मेरा दिल,
ना कोई दोस्त,
ना मंजिल,
अकेला सफर,
बुझाये न बुझे,
जाऊँ किस तरफ।
यारियाँ धुएँ में,
खो चुकी,
नींद में दोस्तियाँ,
सो चुकी,
न भरोसा,
न एतबार,
थाम लूँ ऐसा न कोई हाथ,
मैं खड़ा, बिल्कुल अकेला,
न कोई मोड़, न मेला।
सुनसान सड़के,
अँधेरी रात,
मैं अकेला,
न कोई दर न दरवाज़ा,
जाऊँ किस तरफ।