हमारे हो तुम...
हमारे हो तुम...
तेरे मेरे नैन
नैनों से जब लड़े
बहुत सारे ख्वाब
मेरे मन में उमड़े...
सँवारू तेरी
रेशमी जुल्फों को
या चूम लूं तेरे
गुलाबी गालों को...
तेरे पास आकर
छूं लूं तेरी रूह
तुझसे कभी भी
ना फेरू मुंह...
मेरी सांसों में आज
तेरी सांसें घुल जाये
तुझे छूकर ऐसे
हम तुझे पाये...
एक-दूसरे में
खो जाए हम
हम हैं तुम्हारे
हमारे हो तुम...।।