वोट की ताकत
वोट की ताकत
राज करेगा कैसा राजा,
तय करता है एक -एक वोट।
वोट की शक्ति को पहचानो,
दो डंके की चोट।
हर कोई सम्पन्न बने,
हो दृढ़ चरित्र हर व्यक्ति।
लोहा माने विश्व ये सारा,
ऐसी हो भारत की शक्ति।
उसको कभी नहीं चुनना
हो जिसके दिल में खोट,
वोट की शक्ति को पहचानो,
दो डंके की चोट।
हो सुरक्षित हर बेटी,
हो शिक्षा का स्तर ऊँचा।
खुश किसान औ नौजवान हो,
हो खुशहाल देश समूचा।
जड़ से दूर गरीबी हो और
हर घर बरसे नोट,
वोट की शक्ति को पहचानो,
दो डंके की चोट।
अपने मत की शक्ति को तुम,
व्यर्थ न जाने देना।
लोकतंत्र की नींव में कभी,
दरार न आने देना।
शासक हो पथभृष्ट अगर तो
करो वोट की चोट,
वोट की शक्ति को पहचानो,
दो डंके की चोट।
राजतिलक उसका ही हो,
जो सबके हित को जाने।
मान देश का सदा बढ़ाए,
सबका दुख पहचाने।
लालच और कपट सा
उसमें न हो कोई खोट,
वोट की शक्ति को पहचानो,
दो डंके की चोट।