विनाश
विनाश
संभल ज़रा
ज़िंदा हूँ मैं,
आगे बढ़ने से पहले
रुक ज़रा,
घायल करने से पहले
सोच ज़रा,
विनाश होगा तेरा
बचेगा न तू ज़रा,
मैं नहीं तो कुछ नहीं
मुझसे है वजूद तेरा,
मुझे दर्द देने से पहले
एहसास कर ज़रा,
पहल बर्बादी की कर दी तूने
भुगत ज़रा, हद कर दी तूने;
मैं प्रकृति हूँ, तू तुच्छ ज़रा;
मैं ज़मीन, तू जड़ ज़रा;
कहर तूने खुद बुलाया
अपना कफ़न तू खुद ले आया,
इसमें है सिर्फ कसूर तेरा
किसी और का नहीं दोष ज़रा,
धनी बनकर राज कर ज़रा
साँसें न बचेंगी, खाक हो ज़राl