मैं ही हूँ
मैं ही हूँ
मैं हूँ हिंदू और मैं ही हूँ मुसलमान
पर कभी ना भूलूंगा
की हूँ चंद दिनों का मेहमान..!!
मैं हूँ कुरान और मैं ही हूँ गीता
पर कभी ना भूलूंगा
इन्सान से इंसानियत का नाता..!!
मैं हूँ भीमसेन और मैं हूँ रहमान
पर कभी न भूलूंगा
मेरे देश का स्वतंत्र गान..!!
मैं हूँ केसर और मैं ही हूँ हरा..
पर कभी ना भूलूंगा
मेरे तिरंगे का रंग गहरा.!!
मैं हूँ मंदिर और मैं ही हूँ मस्जिद
पर कभी ना भूलूंगा
एकता में ही है सबका हित..!!