फर्क सिर्फ इतना है !
फर्क सिर्फ इतना है !
इक तरफ जनाज़ा निकल रहा था मेरा,
दूसरी तरफ डोली उठ रही थी उनकी।
वो भी जा रहे थे नए जहां की ओर,
हम भी जा रहे थे नए जहां की ओर।
उन्हें भी सौगात मिल गयी,
हमे भी सौगात मिल गयी।
फर्क सिर्फ इतना है!
उन्हें ज़िन्दगी की नयी सुबह,
और हमें मौत की इक रात मिल गयी।।