फसाना बना
फसाना बना
मेरी चाहत का कोई फसाना बना
मुझको अपना सनम तू दीवाना बना
मेरे लफ़्ज़ों मे शामिल तस्सवुर तेरा
प्यार का अब मेरे तू तराना बना
दीद की एक तमन्ना सनम तुम मेरे
ज़िक्र चाहत की आदत रोज़ाना बना
याद करता रहूँ उम्र भर तुझको मै
अब मिलन का कोई तू बहाना बना
होश मे कब रहूँ तुझको देखे बिना
जब मिलो तुम सनम ना बेगाना बना
बन गया दिल मे घर भी तुम्हारे लिये
चाहतो का सनम तू ज़माना बना
जीना मरना मेरा बस तुम्हारे लिये
राब्ता दिल का से तू शायराना बना
अपनी चाहत ज़माने मे मशहूर हो
ऐसे दिल को सनम तू याराना बना !