ऊन का गोला
ऊन का गोला
जहाँ एक ओर रंग-बिरंगे कागज़ के टुकड़ो के
पीछे भागती इस अंधी भीड़ को देखकर,
सब कुछ इतना उलझा-उलझा सा लगता है।
वहीं पेचेदगियों से भरे उस ऊन को गोले को,
'माँ' के हाथों में करतब खाता हुआ देखकर,
सब कुछ जैसे कितना सुलझा-सुलझा सा लगता है।