वो मेरी माँ
वो मेरी माँ
गोदी में दुलराने वाली
रोने पर चुप कराने वाली
संग संग मुस्काने वाली
वो मेरी मां खो गयी कहीं
शिशु-मंदिर ले जाने वाली
बाल-गीत सिखाने वाली
नये नृत्य करवाने वाली
वो मेरी मां खो गयी कहीं
नित आगे बढ़ाने वाली
सही राह दिखाने वाली
समझदार बनाने वाली
वो मेरी मां खो गयी कहीं
संग मेरे वो गाने वाली
मेरी दोस्त बन जाने वाली
नए व्यंजन बनाने वाली
वो मेरी मां खो गयी कहीं
मै थोड़ी और बड़ी हुई जब
उनकी फ़िक्र बुरी लगती तब
उनकी बातों से चिढ़ जाती
मै गुस्सा करने लगती तब
मैंने सीखा जाना सारा
मन की बदल गयी थी धारा
मै कुछ ज़्यादा कह जाती
जब वो कुछ पूछती, समझातीं
आज कमी मुझको खलती है
मैं मानूँ सब मेरी गलती है
याद उनकी बहुत सताती
काश साथ और रह पाती
आवाज़ देकर बुलाने वाली
माफ सदा कर देने वाली
वो मेरी मां खो गयी कहीं
चुपके से आ जाओ यहीं