नारी – एक प्रेरणा
नारी – एक प्रेरणा
वह एक बेटी है, बहन है, पत्नी है, दोस्त है
हर रिश्ता शिद्दत से निभाया जिसने
वह नारी है।
घर को स्वर्ग बनाया है
काम को बखूबी संभाला है
बच्चों पर भी प्यार लुटाया जिसने,
वह नारी है।
माँ दुर्गा सा साहस जिसमे
माँ काली सी शक्ति है
माँ अन्नपूर्णा बनकर सबकी भूख मिटाई जिसने
वह नारी है।
क्षेत्र चाहे पढ़ाई हो या हो खेल का मैदान
युद्ध-भूमि हो या हो अंतरिक्ष की उड़ान
हर क्षेत्र में पुरुषों से बढ़कर कौशल दिखाया जिसने
वह नारी है।
नारी को समाज के पंखों की जरुरत नहीं
वह अपनी उड़ान भरना खुद जानती है
जो अपने आप में प्रकृति और प्रेरणा का स्रोत है
वह नारी है।
वाकई, नारी एक प्रेरणा है।