सभी से दूर हूँ मैं
सभी से दूर हूँ मैं
सभी की ज़िन्दगी से दूर हूँ मैं
गलत से औ' सही से दूर हूँ मैं
मुझे ख़ामोशियां भाने लगी थी
तभी तो हर किसी से दूर हूँ मैं !
ग़मों से फर्क़ मुझ पर क्या पड़ेगा
कि सदियों से खुशी से दूर हूँ मैं !
किसे पाना ? किसे खोना जहां में ?
यहाँ तो अब ख़ुदी से दूर हूँ मैं !
मुहब्बत झूठ से होने लगी अब
तो सच्चे आदमी से दूर हूँ मैं !
बहुत उकता गया हूँ ज़िन्दगी से
'लकी' अब तो सभी से दूर हूँ मैं...!