जीत गए, पल बीत गए
जीत गए, पल बीत गए
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जीत गए, पल बीत गए
ये सुबह, नई अंगड़ाई भरी
हम आगे बढ़कर सोचेंगे
जो बीत गया, अब बात नई।
जग जीता, एक इतिहास लिखा
अब नई भोर में गान नई
कल की कल पर हम छोड़ेंगे
लिखेंगे मिलकर, दास्तान नई।
वो किला हमारा फतह हुआ
एक लक्ष्य सामने नया दिखा
उस लक्ष्य का सीना चीरेंगे
फिर लेंगे,
एक और मंजिल की राह नई