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Raman Sharma

Others

4.0  

Raman Sharma

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"याद आते हो आप "

"याद आते हो आप "

1 min
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खड़ा मैं रास्ते मे देखता हूँ, आपको एक मुसाफिर बनकर ,

 आ जाते हो याद आप एक घटना बनकर ।

* मैं मजबूर हूँ जो देखता हूँ आपकी तरफ़ ,

 पर आप पीछे मुड़कर भी नहीं देखते घमंडी बनकर ।

 * जब मुस्कराने को मन करता है,

 आ जाते हो आप याद बनकर ।

* कहीं खो सा जाता हूँ ख्यालों ही ख्यालों में,

 क्या करूँ रुला देते हो आप याद बनकर ।

 * कभी-कभी आ जाती है प्यारी सी नींद ,

 आ जाते हो आप नींद में एक सपना बनकर ।

* मैंं रमन जिन्दगी में हूँ अकेला आपके बिना ,

 हो सके तो आ जाओ मेरी ज़िन्दगी में आप  दोस्त बनकर ।

 ..............रमन शर्मा !


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