तुम ताजमहल में आओगी
तुम ताजमहल में आओगी
तुम ताजमहल में आओगी,
तुम याद में मुझको पाओगी,
मुमताज कहेगा दिल तुमको,
मुझे शाहजहाँ बतलाओगी ।
रेशम का दुपट्टा तुम लाना,
मेरे दिल में वफा तुम भर देना,
मै ख्वाब तुम्हें दिखलाऊँगी,
तुम हूश्न परी कहलाओगी ।
दिल सोंच के कुछ ना बोलेगा,
दिल अपनी ज़ुबान जब खोलेगा,
मैं चाँद में तुझको ढूँढूंगा,
तुम मेरी ज़मीन पर आओगी ।
एहसान करोगी तुम दिल कर,
दुनिया को बदलना फिर मिलकर,
मैं तुमको कहूँगा माहे ज़बीन,
तुम दुनिया मेरी बन जाओगी ।
तुम ताजमहल में आओगी,
तुम याद में मुझको पाओगी ।
दिल तड़पेगा मेरा, तेरे लिए,
मेरा ख्वाब हसीन सब, तेरे लिए,
दिल साथी बनायेगा तुझको,
तुम ख्वाब में मुझको लाओगी ।