काश ऐसा भी होता
काश ऐसा भी होता
काश ऐसा भी होता
आँखों को कोई
पढ़ने वाला भी होता
दिल में छुपे दर्द को
समझने वाला भी होता।
काश ऐसा भी होता
बिन बोले मुझसे
महसूस करने वाला भी होता
खामोशी को मेरी
पहचानने वाला भी होता।
काश ऐसा भी होता
दिल को तसल्ली मेरे
देने वाला भी होता
साथ रहूँगा सदा तेरे
ये कहने वाला भी होता।
काश ऐसा भी होता
क्या परेशानी है तुम्हें
कोई पूछने वाला भी होता
क्या चुभ रहा है मुझे
सुनने वाला भी होता।
काश ऐसा भी होता
बस मुझे परखने से परे
नजरिया मेरा देखने वाला भी होता
क्यूँ ये तन्हाइयाँ है
कोई जानने वाला भी होता।
काश ऐसा भी होता
काश ऐसा भी होता।।