पा लिया है खुद को
पा लिया है खुद को
तुम्हारी हाँ-ना की उलझन में,
सुलझा लिया है खुद को,
अब तुमको पा सकूँ या नहीं,
पा लिया है खुद को !
बदल कर ख्वाहिशें,
और चाह मैंने नई,
जीवन की नई राह में,
ढाल लिया है खुद को !
खुश रहो सदा तुम,
दुआ है यह मेरी,
मैंने तो अब अकेला ही,
जान लिया है खुद को !
पहचान लिया है खुद को,
प्यार दिया है खुद को,
पहले प्यार के पहले ज़ख्म से,
आज़ाद किया है खुद को !
तुम्हारी हाँ-ना की उलझन में,
सुलझा लिया है खुद को,
अब तुमको पा सकूँ या नहीं,
पा लिया है खुद को !