जरूरी है क्या ?
जरूरी है क्या ?
बलात्कार का एक नासूर किस्सा,
जो दुनिया से मिटाना जरूरी है।
मेरे अंदर कल एक आवाज़ आयी की,
आखिर आजकल के नौजवानों को,
औरतों का सम्मान सिखाना जरूरी है क्या?
क्योंकि जो वो औरतों के साथ रहता है,
उसे भी औरतों का सम्मान सिखाना जरूरी है?
सोचने वाली बात ये है कि,
जिसने तुम्हें जन्म दिया,
वह माँ भी एक औरत थी।
जिसने तुम्हें बचपन दिया,
वह बहन भी एक औरत थी।
जिसने तुम्हें जिंदगी के हर,
सुख दुख में तुम्हारा साथ दिया,
वह बीवी भी एक औरत थी।
जिसकी उंगली पकड़कर,
तुमने चलना सिखाया,
वह बेटी भी एक औरत थी।
तो जिसके साथ तुम जिंदगी बिताते हो,
उसी का सम्मान सिखाना जरूरी है क्या?
तुम जिस माँ, बहन, बीवी और बेटी
के साथ रहते हो वो रूप ही औरत हैं।
तो फिर भी तुम्हें औरतों का,
सम्मान सिखाना जरूरी है क्या?