तुम
तुम
प्रेम की कोई कहानी हो तुम
किसी हसीना की जवानी हो तुम
तुम ही जलाने वाली आग हो
बारिस का पानी हो तुम
तुम ही मेरा हर ख़्वाब हो
तुम हर सवाल का जवाब हो
मोहब्बत की निशानी हो तुम
तुम ही खिलता गुलाब हो
तुम शब का शबाब हो
खिलता हुआ कमल हो तुम
हसीन सा कोई पल हो तुम
इससे ज्यादा क्या तारीफ़ करूँ
किसी शायर की गज़ल हो तुम...