भोली सी है
भोली सी है
भोली सी है तेरी बातें
कुछ पल की रही है
तेरी मेरी ये मुलाकातें ,
तू भी तो खोई खोई थी
जागी हुई जैसे सोई थी
मन में दबी हुई थी बातें,
सोच सोचकर पग धरती
नपीतुली सी आँखें फिरती
दिल में होती रहती बरसातें,
भोली सी है तेरी बातें
कुछ पल की रही है
तेरी मेरी ये मुलाकातें ,
मेरी हँसी मेरी खुशी में तू
दिल धड़काने हर बहाने में तू
लब खुलते ही मिलती सौगाते।
तू चंचल सी एक परी है
मेरे अरमानों को ले उड़ी है
तेरी याद में बहती है रातें।
भोली सी है तेरी बातें
कुछ पल की रही है
तेरी मेरी ये मुलाकातें ,