तेरा अहसास
तेरा अहसास
वो ठंड का मौसम,
सुबह की हल्की धूप,
याद दिलाती है तेरी,
तेरी खुशबू की,
तेरी ख़ूबसुरती की।
वो प्यार मेरा पहला था,
पर अहसास कुछ पुराना था।
वो राहों का कुछ पल में
गुजरना नया था,
पर इश्क़ करने का
अंदाज़ पुराना था।
रोज तेरा यूँ
दीदार करना पुराना था,
पर पल-पल तेरी याद में
तड़पना कुछ नया था।
तेरी फिक्र करना
तो पुराना था,
पर तुझे मेरी फिक्र करते
देखना कुछ नया था।
यू तेरा मेरे करीब आना,
मेरे दिल की धड़कन को बढ़ाता था।
पता नही कब तेरी मुस्कुराहट
मेरी मुस्कान की वजह बन जाती थी,
और तुझे देखने की मेरी
चाहत बढ़ जाती थी।
तेरे हर दर्द में
हमदर्द बनना नया था,
पर तेरे हर दर्द में
मेरा घबराना पुराना था।
तुझसे मोहब्बत करना नया था,
पर हमारी दोस्ती तो पुरानी थी।
तुमसे प्यार का इज़हार करना नया था,
पर तुमसे प्यार करने का
मेरा अंदाज़ तो पुराना था।
तेरा मुस्कुरा के
अलग हो जाना तो नया था,
पर तेरे जुदा होने का
अहसास पुराना था।
जिंदगी को जीना
तो आसान था,
पर तुझे भूलने की
कोशिश करना मुश्किल था।
बस यही मेरा
पहला अहसास था।
यही मेरा पहला प्यार था।