मैं तेरी याद में जलता हूँ
मैं तेरी याद में जलता हूँ
मैं तेरी याद में जलता हूँ
ख़बर तुझको नहीं
मैं मिलन ख़्वाब में करता हूँ
ख़बर तुझको नहीं
घर में जुगनू की तरह
लटकी है तस्वीर तेरी
चाँद को घर में सजाता हूँ
ख़बर तुझको नहीं
आँखों में नींद नहीं
वजह तेरी हिजरत है
दिल में उम्मीद जगाता हूँ
ख़बर तुझको नहीं
मेरी मंज़िल की तमन्ना
आज भी तुम हो
बारहां तुमको बुलाता हूँ
ख़बर तुझको नहीं
तेरी खुशियों की हसरत है
आज भी दिल में
ग़म से रिश्ता मैं बढ़ाता हूँ
ख़बर तुझको नहीं
कितने रिश्तों को मैंने
तज दिया तेरे लिये
तुमको दिल में, मैं बैठाता हूँ
ख़बर तुझको नहीं
याद मंज़र को मोहब्बत का
हर हसीन सनम
साथी तुमको ही मैं कहता हूँ
ख़बर तुझको नहीं।।