मिलन
मिलन
एक बार नदी ने सागर से कहा-
तुम मुझे खींचकर क्यूं
तुम्हारे पास ले आते हो ?
सागर ने जवाब दिया-
जब मेरी तरंग मेरे काबू में न होती
मैं जब उसे संभाल नहीं पाता हूँ
तब तुम्हारे नाजुक स्पर्श से
वह आनंद से खिलती रहती
और शांत होकर मुझे कहती-
मिलन का नाम ज़िंदगी है
बिछङने का नहीं ।।