बरसो रे बरसो रे
बरसो रे बरसो रे
बरसो रे बरसो रे
कहते हैं यह मोर
डुम - डुम करते हैं यह बादल
कह रही यह बारिश
लो हम आ गएँँ हैं
छम - छम करती है यह बारिश
यह काली घटाएँँ
यह महकी फिज़ाएँँ
चल पड़ी हैं
कश्तियाँ अपनी मन्ज़िल की ओर
लो आ गयी है बारिश छम - छम
खुश है यह जहान
ज़ोरो से बरस रही है बारिश
बरसो रे ! बरसो रे !