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बिन फेरे हम तेरे

बिन फेरे हम तेरे

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फेरे हमारे सनातन संस्कृति

में विवाह का आधार हैं,

फेरे कन्या और वर के 

वचनों का सत्कार है ।


फेरे हमारे शादी के 

बंधनों के रस्मो रिवाज हैं

फेरे दूल्हा और दुल्हन,

के प्रेम के साज हैं।


फेरे सात वचन की सात 

जन्मों की बातें हैं,

फेरे एक दूसरे के वास्ते 

समर्पण की सौगातें हैं ।


मेरे साथ साथ चलने की

कसमें और वादे हैं,

फिर एक दूसरे के समर्पण

की शिवम इरादे हैं।।।


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