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क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

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क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं?

क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

क्यूँ मैडम नहीं बतलाती हैं?

क्यूँ भ्रूण हत्याएँ होती हैं,

जब इस देश में देवी पूजी जाती हैं?

चपरासी बनने के लिए पढ़ना पड़ता है,

क्यूँ बिना पढ़े-लिखे नेता बन जाते हैं?

क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

क्यूँ मैडम नहीं बतलाती हैं?

जब ईश्वर कण–कण में बसता है,

क्यूँ पत्थर पूजे जाते हैं?

जब वो मन की भाषा पढ़ता है,

फिर हम क्यूँ अजान लगाते हैं?

क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

क्यूँ मैडम नहीं बतलाती हैं?

जब मेरा मन खेलने को करता है,

क्यूँ मुझे किताब थमायी जाती है,

तुझे डॉक्टर बनना है या इंजीनियर,

क्यूँ मेरी पहचान मिटाई जाती है?

क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

क्यूँ मैडम नहीं बतलाती हैं?

जब एक ही खून शिराओं में है सबके,

तो क्यूँ हिन्दू–मुस्लिम...इतने नाम पुकारे जाते हैं,

क्यूँ मम्मी नाना के घर को छोड़ आयी,

ये पर्दे,व्रत और रस्में–क्यूँ स्त्रीयों पर थोपी जाती हैं?

क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

क्यूँ मैडम नहीं बतलाती हैं?

क्यूँ फिल्मों में हीरोइन बस गाना गाने आती है,

क्यूँ एड में चीजें, लड़कियों से बिकवायी जाती हैं?

क्यूँ कुछ छोटे बच्चे स्कूल जाने से छूट जाते हैं,

इस दान–दया वाली धरती पर भी, क्यूँ लाखों लोग भूखे रह जाते हैं?

क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

क्यूँ मैडम नहीं बतलाती हैं?

क्यूँ बस बनी राहों पर चलने की हमें सीख सिखाई जाती है,

क्यूँ मन की कहने पर आंखे दिखाई जाती हैं?

और न जाने कितने प्रश्न, बिन उत्तर के रह जाते हैं,

नादान अभी बच्चा हूँ मैं, क्यूँ बड़े–बड़े भी इनका हल ढूंढ नहीं पाते हैं?

क्यूँ मम्मी चुप रह जाती हैं

क्यूँ मैडम नहीं बतलाती हैं?


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