जीत उसी की होती है
जीत उसी की होती है
जो हार से ना कभी डरता है
और खुद को समर्पित करता है
संग उसके सफलता सोती है
हाँ जीत उसी की होती है
जो डिगा सत्य से कभी नहीं
है झूठ से जिसकी निभी नहीं
समझो वो सच्चा मोती है
हाँ जीत उसी की होती है
जो लक्ष्य सामने रखता है
हर निर्णय को परखता है
सृष्टि भी उसी की होती है
हाँ जीत उसी की होती है
अनेको जिसने अवरोध सहे
पर अड़ा वो अविचल रहे
बल शौर्य तो उसकी गोती है
हाँ जीत उसी की होती है
अरमान है जिसके बड़े-बड़े
भय बाँधे हाथ है रहे खड़े
विपदाएँ भी आकर रोती हैं
हाँ जीत उसी की होती है
है बलशाली पर अभिमान नहीं
है ठीक ग़लत का संज्ञान सही
अरे फ़तह उसी की बपौती है
हाँ जीत उसी की होती है