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ख्याल

ख्याल

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मेरे ख्यालों में भी उनका ख्याल है,

उनकी हर अदा दिलकश बेमिसाल है।


क्यों आँखें बिछी रहती हैं उनकी ही राहों में

क्यों इतने खास हो गये वो मेरी निगाहों में

दिल बार बार करता यही सवाल है।


किसी चित्रकार का शाहकार लगते हो

सोलह सिंगार करके जब सजते सँवरते हो

जिसने बनाया उनको उस का कमाल है।


चेहरे के नूर से फिजा जगमगाती है

सौंदर्य की बात कहाँ शब्दों में समाती है

गजल में भी कह ना पाऊँगा कम अल्फाज हैं।


मेरे ख्यालों में भी उनका ख्याल है ।

उनकी हर अदा दिलकश बेमिसाल है ।


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