कभी मिल न सके
कभी मिल न सके
ज़िन्दगी की हथेली पे
किस्मत की इक घड़ी बंधी थी !!
हम सेकिंड ...और मिनट की तरह बिछड़ते रहे !
मुहब्बत में कभी ..12 बजे सा नसीब न आया .!!
कि दो सुइयों की तरह हम मिल जाते !!
खा मां खा न सेकिंड की तरह
ज़िन्दगी हर पल यूं खत्म होती !!!