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Priyanka Singh

Tragedy

4.7  

Priyanka Singh

Tragedy

हिसाब बराबर

हिसाब बराबर

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लवो पर नाम उसके मेरा था

पुकार रहा था वो बारबार मुझे

मै अनसुना कर चलती चली गई

मुड़ मुड़कर लोग देख रहे थे हमे


आज हिसाब बराबर हुआ

मैं ये सोच धीरे से मुसकाई

वक्त भी थोडा़ मुसकाया

बीता कल फिर याद आया


ये वही जगह है प्यारे, यहाँ

कितनो का दिल तोडा़ तूने

खिलौना समझ खेला तूने

कितने जीवन बरबाद किये


मैने कितना तुझको समझाया था

दौलत और चालकी से नही तुम

दिल पर किसी के राज कर सकते

एक दिन बहुत पछतायेगा


जिस दिन कोई तुझको ठुकरायेगा

सच्चा प्यार तुझे समझ आयेगा

ये तेरी नादानी थी प्यारे

लोगो के जज़्बातो से खेला तूने


आज नहले को दहला मिला है

प्रभु सब तेरी माया है

तुझे तेरी गुरु मिली गई

पाठ सीखा कर चली गई


वो मेरी ही सहेली थी, जिससे

तूने सच्चा प्यार किया

तुझको सबक सिखाने आई थी

मेरी याद दिलाने आई थी


कड़वा है पर सच है प्यारे

तुझको सबक सिखाना जरुरी था


तभी तो तुमने मुझको पुकारा

मेरी सहेली को जो दिल से तुमने चाहा

पर अब पुकारे होता क्या है

जब चिड़िया चुग कर हो गई फुर्र।।


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