दिल की बात
दिल की बात
न जाने क्या बात है
आज दिल उदास है,
कुछ यादों के गहरें
सायों का एहसास है !
बिखर गए सपने मेरे
देखे कभी साथ तुम्हारे,
खुशियाँ ऐसे रुठ गई
गम ही दिल के पास है !
ये वक्त बडा कारीगर
भर देता हर जख्म को,
रिश्तों के बुनियाद में
दिल की चाहत सांस है !
ठोकरे खाई दुनिया से
वजूद की तलाश मे,
जीने की मिली वजह
प्यार से जिंदगी खास है !
दूरी भलेही कितनी बढी
जुदा हो गए रास्ते मगर,
आओगे लौटके इक दिन
दिल में अटूट विश्वास है !