स्पन्द
स्पन्द
1 min
6.5K
कहीं कुछ
अघटित हुआ घटित
शक्तिशाली
सूक्ष्मदर्शी की पकड़ से भी अदृश्य रहनेवाले
लघुतम परमाणु के भीतर
हुआ कोई
न भूतो न भविष्यत्
ऐसा विस्फोट
आवाज़ तो सुनाई नहीं दी
पर अध्ययन-कक्ष में
प्रकृति के स्टैण्ड पर घूमता पृथ्वी का ग्लोब
अचानक हिल गया
अपने केन्द्र से
अनादि-क्षेत्रीय ब्रह्माण्ड के
अनन्त-खण्डीय भवन में
पैदा करते हुऐ
एक सार्थक स्पन्द!