लाल रंग
लाल रंग
सीता की अग्निपरीक्षा ली थी राम ने,
जैसे धोखा दे देती वो।
क्या यकीन नहीं था उन्हें सीता पे,
या किया ऐसा समाज के डर से।
यह वैसा ही है कुछ जैसे
आज कल कुछ मर्द के लीये,
करीब होने की पहली रात में
होता है लाल रंग जो चादर पे गिरे।
सीता की अग्निपरीक्षा ली थी राम ने,
जैसे धोखा दे देती वो।
क्या यकीन नहीं था उन्हें सीता पे,
या किया ऐसा समाज के डर से।
यह वैसा ही है कुछ जैसे
आज कल कुछ मर्द के लीये,
करीब होने की पहली रात में
होता है लाल रंग जो चादर पे गिरे।