उड़ान
उड़ान
यूं ही नही मिलती राही को मंज़िल
एक जुनून - सा दिल मे जगाना पड़ता है
पूछा चिड़िया से
कैसे बना तेरा आशियाना ?
तो बोली,
भरनी पड़ती है उड़ान बार - बार
तिनका - तिनका उठाना पड़ता है !
यूं ही नही मिलती राही को मंज़िल
एक जुनून - सा दिल मे जगाना पड़ता है
पूछा चिड़िया से
कैसे बना तेरा आशियाना ?
तो बोली,
भरनी पड़ती है उड़ान बार - बार
तिनका - तिनका उठाना पड़ता है !