बोध
बोध
1 min
6.9K
प्रेम करके ही जाना
जितना गाढ़ा प्रेम
उतना ही गहरा संशय
कि वह
उतनी ही अपनी
उतनी ही परायी
मेरा सबकुछ
जिसके पास!