पहले प्यार की यादें
पहले प्यार की यादें
वो मख़मली प्यार का पहला एहसास
कुछ ना था पर लगता है बहुत ख़ास
ज़िंदगी में पहले प्यार की पहली दस्तक
आज भी महसूस हो अच्छी यादों की महक
दिल में उतरा था तु मोहब्बत भरी आँखो से
तेरी छवि दिल में उस दिन से बस गयी ऐसे
हर साँस के साथ धड़कन जुड़ती है जैसे
वो चुपक़े से तुझे निहारना भूल पाऊँगी कैसे
वो तुझे दोबारा देखने कि मन की तमन्ना
तेरे दिखने पर दिल का फूल जैसे खिलना
तुझे देख के मेरे गाल हो जाते थे गुलाबी
नशा छाता था जैसे शराब से हो शराबी
याद है वो तेरा मुझे चुपके से देखते रहना
वो मेरा अंजानों की तरह दिखावा करना
तेरी मुझसे बात करने की दिल से कोशिश
और मेरी वहाँ से भागने की झूठी साज़िश
इकरार की बातें हुईं ना किसी इनकार की
बात आगे बढ़ी ना गुंजाईश हक़ जताने की
फिर भी रोज़ाना दोनों की ढूँढती थी नज़र
चेहरा दिखने पर लगता था शुभ अवसर
तुझे सोच के वो ख़याली महल बाँधना
बिना इजाज़त तेरे साथ सपनों में घूमना
ना हुआ इज़हार ना कोशिश तुम्हें पाने की
ये मीठी यादें है बस मेरे पहले प्यार की