संघर्ष
संघर्ष
संघर्ष ही जीवन है
मिलता नहीं यहाँ कुछ
हार कर बैठ जाने से
मंज़िल होती है हासिल
खुद को आज़माने से।
खुली आँखों से देखा वो सपना
फिर मेहनत से क्यों नहीं सजाया
मजबूर किया खुद को जैसे
दो पल कि जिंदगी
फिर भी जी ना पाया।
राहों में कांटे हों
तो डर के बदल ना देना मन
जुनून हो रूह में तो
कामयाबी चूमेगी तेरे कदम।
वो तेरी ख्वाहिश नहीं
तेरी जिज्ञासा हो बंदे
रुकना मना है समझ ले
वरना जनाजे को उठते ही है कंधे।
जो उसे ना जिया तो क्या जिया
वो तेरे जीने की वजह होनी चाहिए
कही तेरे दिल कि धड़कन
तो कही सीने की तड़प होनी चाहिए।
राहों में कांटे हों
तो डर के बदल ना देना मन
जुनून हो रूह में तो
कामयाबी चूमेगी तेरे कदम।