खूबसूरत जहान
खूबसूरत जहान
मोह ले जो सबके दिलों को, ऐसी मूरत बनाए
आओ इस जहाँ को हम खूबसूरत बनाए
सबक सिखाए हम मजहब के ठेकेदारों को
मिलकर गिरा डाले, भेदभाव की दीवारों को
मानवता का संदेश हम जन - जन तक पहुँचाए
आओ इस जहाँ को हम खूबसूरत बनाए
निकाल फेंके दिल से, नफ़रत के जहर को
खुशगवार बना डाले, अपने शामों सहर को
कड़ुवाहट को त्याग कर, सबको गले लगाए
आओ इस जहाँ को हम खूबसूरत बनाए
न कोई बड़ा किसी से, कोई न जहाँ छोटा हो
हर चेहरा ख़रा - ख़रा, कोई भी न खोटा हो
खोल दे दिल की गिरह, मुस्कान बांटते जाए
आओ इस जहाँ को हम खूबसूरत बनाए
किसी का भी जहाँ पर, किसी से न बैर हो
हर कोई अपना सा लगे, कोई भी न गैर हो
एकता का गीत ये अब हम सब मिलकर गाएं
आओ इस जहाँ को हम खूबसूरत बनाए