कविता
कविता
कविता
तो कविता
होती है
शव्दो से
ही बनती है।
शव्दो से
जो बनती है ।
वो शव्दो से
घायल नही
हो सकती है ।
शव्द तो
कविता का
श्रंगार है ।
शव्दो मे
कविता का
संसार है ।
शव्द तो
कविता के
आधार है ।
कविता को
शव्दो से
प्यार है ।
कविता और
शव्दो का
चोली दामन
का साथ है रहता ।
कभी अलग
कोई कर
नही सकता ।