Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

दीया अंतिम आस का ( एक सिपाही की शहादत के अंतिम क्षण )

दीया अंतिम आस का ( एक सिपाही की शहादत के अंतिम क्षण )

2 mins
14.8K


दीया अंतिम आस का, प्याला अंतिम प्यास का

वक्त नहीं अब, हास परिहास उपहास का

कदम बढ़ाकर मंजिल छु लुं, हाथ उठाकर आसमा

पहर अंतिम रात का, इंतज़ार प्रभात का

बस एक बार उठ जाऊं, उठकर संभल जाऊं

दोनों हाथ उठाकर, फिर एक बार तिरंगा लहराऊं

दुआ अंतिम रब से, कण अंतिम अहसास का

कतरा अंतिम लहू का, क्षण अंतिम श्वास का

बस एक बुंद लहू की भरदे मेरी शिराओं मे

लहरा दूँ तिरंगा मे इन हवाओं मे

फहरा दूँ विजय पताका चारों दिशाओ मे

महकती रहे वतन की मिटटी, गुँजती रहे गुँज जीत की

सदियों तक इन फिजाओं मे

सपना अंतिम आँखों मे, ज़स्बा अंतिम साँसों मे

शब्द अंतिम होठों पर, कर्ज अंतिम रगों पर

बुंद आखरी पानी की, इंतज़ार बरसात का

पहर अंतिम रात का, इंतज़ार प्रभात का

अँधेरा गहरा, शोर मंद

साँसें चंद, होसला बुलंद,

रगों मे तुफ़ान, जस्बों मे उफान

आँखों मे ऊँचाई, सपनो मे उड़ान

दो कदम पर मंजिल, हर मोड़ पर कातिल

दो साँसें उधार दे, कर लु मे सब कुछ हासिल

जसबा अंतिम सरफरोशी का, लम्हा अंतिम गर्मजोशी का

सपना अंतिम आँखों मे, ज़र्रा अंतिम साँसों मे

तपिश आखरी अगन की, इंतज़ार बरसात का

पहर अंतिम रात का, इंतज़ार प्रभात का

फिर एक बार जनम लेकर इस धरा पर आऊं

सरफरोशी मे फिर एक बार फ़ना हो जाऊं

गिरने लगूँ तो थाम लेना, टूटने लगूँ तो बांध लेना

मिट्टी वतन की भाल पर लगाऊं

मे एक बार फिर तिरंगा लहराऊं

दुआ अंतिम रब से, कण अंतिम अहसास का

कतरा अंतिम लहू का, क्षण अंतिम श्वास का !


Rate this content
Log in