झूठ
झूठ
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झूठे हैं सब रिश्ते-नाते, झूठा सारा प्यार हैं
ये सारी दुनिया तो प्यारे, बस मतलब की यार हैं
झूठ खरीदों, झूठ की बिक्री, झूठ का सारा लेना-देना
झूठ के दम पर टिकी हैं दुनिया, झूठ का बाज़ार हैं
झूठ,फरेब और मक्कारी, खुद से भी, औरों से भी
झूठ की झूठी बीमारी से सारी दुनिया बीमार हैं
झूठ पकाते, झूठ है खाते, झूठ ओढते और बिछाते
झूठ धर्म हैं सबका, झूठ ही कारोबार हैं
झूठी हँसी हैं, झूठा रोना, झूटमूट का मरना-जीना
सच्चेपन की देते दुहाई, झूठों के सरदार हैं
झूठा मान, झूठा सम्मान, झूठेपन पर सब कुर्बान
सच्चे का तो इस दुनिया में जीना ही बेकार हैं