कल्पना शक्ति
कल्पना शक्ति
कल्पना शक्तियों का विकास है
अंतर्मन में दबी हुई प्यास है
कल्पना ताना बाना सर्जन श्रष्टि का ...
ये ही एक नयी श्रष्टि का आकाश है।
कल्पना में ही भविष्य है
भूत वर्तमान भी दिखता है इसमें
कलपना उन्नति की उड़ान है
ये कल्पना ही शांत कब्रिस्तान है ..
कल्पना ही नयी संस्कृति की नीव है जान है।
कल्पना ही स्त्री का सौंदर्य है
कल्पना ही इस शरीर में जान है
कल्पना ही मस्तिष्क का ज्ञान है
ये कल्पना ही अंतरिक्ष है...
कल्पना ही अन्नत तक फैला अवकाश है।
कल्पना ही झुठ का अहसास है
कल्पना भी एक सच है आईने सा
कल्पना ही गौतम बुद्ध का विश्वास है
कल्पना ही नीति है भाव की..
कल्पना ही भगवान में विशवास है।
कल्पना मेरा खालीपन भी है
कल्पना मेरा ये तन्हा तन भी है
कल्पना ही है अज़ान, मूर्ति पूजा भी
कल्पना के गम से ही आँखे नाम है
कल्पना से ही दरिया में तूफ़ान ...
और कल्पना से ही सागर में पानी कम है।